गुलाबी ठंड का ख़ुमार , आँगन में पसरी धूप , अलसाई नज़र , मुंदती आँख में चुभता काज गुलाबी ठंड का ख़ुमार , आँगन में पसरी धूप , अलसाई नज़र , मुंदती आँख म...
मेरे जीवन के आँगन में आए कई हैं संत सबसे प्यारा लगता मुझको रितुराज बसंत, पीले सरसों खेतों में ... मेरे जीवन के आँगन में आए कई हैं संत सबसे प्यारा लगता मुझको रितुराज बसंत, प...
कमल खिला है, कलश में। बाबा केदार के आंगन में।। कमल खिला है, कलश में। बाबा केदार के आंगन में।।
नीम का था पेड़ मेरे गांव में! दोस्तों के साथ खेला करते थे। नीम का था पेड़ मेरे गांव में! दोस्तों के साथ खेला करते थे।
मृदु भावना की अनगिनत लहरें मन के सागर में उफनती भीगे सुर से भाव संवेदन मे स्वर लहरी के बन्द दरवाज़... मृदु भावना की अनगिनत लहरें मन के सागर में उफनती भीगे सुर से भाव संवेदन मे स्व...
मन को समझाया करती थी ! ऑंसू को ना कभी बहने दिया , व्यथा ह्रदय को ही सहने दिया , अब मैं आज ख़ुशी... मन को समझाया करती थी ! ऑंसू को ना कभी बहने दिया , व्यथा ह्रदय को ही सहने दि...